फोन के लिए जलाशय को खाली कराने वाले अफसर के ऊपर कार्यवाही ऐसा क्या था उस फोन में पढ़िए पूरी खबर 

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अपने पद का दुरुपयोग: 1लाख के फोन के लिए जलाशय को खाली कराने वाले अफसर के ऊपर कार्यवाही ऐसा क्या था उस फोन में पढ़िए पूरी खबर

रायपुर/ कांकेर। 96 हजार रुपये के मोबाइल के लिए कांकेर के खेरकट्टा परलकोट जलाशय से 21 लाख लीटर पानी बहाने का मुद्दा अब गरमाते जा रहा है। भाजपा ने भूपेश बघेल के संरक्षण में अधिकारियों की तानाशाही का आरोप लगाया है। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि इस पर जरूर संज्ञान लिया जाएगा। मामले को भांप कलेक्टर ने खाद्य निरीक्षक को निलंबित कर दिया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड ऑफिसर राजेश विश्वास सोमवार को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुंचे थे। मौज मस्ती और सेल्फी के दौरान उनका सैमसंग कंपनी का एस सीरीज का लगभग 96 हजार रुपये का फोन जलाशय में गिर गया। फूड इंस्पेक्टर ने तुरंत जल संसाधन के एसडीओ से बात की। उन्होंने भी तुरंत अफसरगिरी दिखाते हुए जलाशय से पानी खाली करवा देने का आश्वासन दिया। कुछ ही देर में 30 एचपी पंप के साथ पूरा अमला पहुंच गया और जलाशय खाली करवाने का काम शुरू कर दिया गया। जलाशय में 15 फीट तक पानी भरा हुआ था। जल संसाधन विभाग के एसडीओ रामलाल ढिवर के अनुसार उन्होंने 5 फीट तक पानी को खाली करने का मौखिक आदेश दिया था लेकिन 10 फीट तक पानी खाली कर दिया गया।

1 छोटे से फोन के लिए 21 लाख लीटर पानी की बर्बादी

सेखीबाज साहब के महंगे फोन को निकालने के लिए तीन दिनों तक जलाशय से 21 लाख लीटर पानी व्यर्थ बहाया गया। तब जाकर गुरुवार को फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास का महंगा फोन पानी से बाहर निकाला गया। हालांकि पानी से बाहर निकालने के बाद फोन चालू भी नही हुआ

भाजपा ने सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

फोन के लिए जलाशय से पानी खाली करने के मामले में भाजपा ने भूपेश सरकार को घेरा है. पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा – दाऊ की तानाशाही में अधिकारी प्रदेश को पुश्तैनी जागीर समझ बैठे हैं। आज भीषण गर्मी में लोग टैंकरों के भरोसे हैं, पीने तक के पानी की व्यवस्था नहीं है। अधिकारी अपने मोबाइल के लिए लगभग 21 लाख लीटर पानी बहा रहे हैं। इतने में डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती थी।

महंगी गाड़ियों और फोन रखने का शौक

महंगे फोन को जलाशय से निकलवाने के लिए 21 लाख लीटर पानी को बर्बाद करने वाले खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास अपने शौक के कारण हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। 22 दिसम्बर 2018 को उनकी पहली पदस्थापना हुई थी। तब से अब तक अन्तागढ़, भानुप्रतापपुर, कोयलीबेड़ा और पखांजुर में पदस्थ रहे हैं। महंगी थार, लाखों रुपयों के फोन और महंगी बाइक रखना इनका शौक है। ना सिर्फ महंगे शौक बल्कि विवादों के कारण भी ये चर्चा में हैं। कोयलीबेड़ा में पदस्थ रहने के दौरान राशनकार्ड में गड़बड़ी के मामले में निलंबित भी हो चुके हैं


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